शरद पवार पर बयान देने से बच रही है बीजेपी!

Maharashtra Politics : महाराष्ट्र की राजनीती पर अभी तक एक बड़ी घटना का इंतेजार हो रहा है. इंतेजार हो रहा है कि कब शरद पवार एनडीए में आएँगे. वैसे सीनियर पवार लगातार दावा कर रहे हैं कि वो एनडीए में नहीं जाएंगे. महा विकास अगाड़ी गठबंधन के साथ ही रहेंगे, लेकिन पवार के फैसलों पर एनडीए नेताओं को भरोसा नहीं हो रहा है. उद्धव गुट के सांसद संजय राउत को भी अब पवार पर भरोसा नहीं हो रहा है. जबकि संजय राउत की राय पर ही उद्धव ठाकरे ने बीजेपी से अपने संबंध तोड़े थे.

देवेंद्र फडणवीस तो लगातार ये दावा करते रहे कि जब तक संजय राउत उद्धव के साथ है तब तक उद्धव और बीजेपी के बीच समझौता नहीं हो पाएगा. संजय राउत समझौता होने ही नहीं देंगे क्योंकि वह शरद पवार के इशारे पर काम करते रहे है. लेकिन अब तो पवार को लेकर चिंता हो रही है कि वो किधर जा रहे है. एनडीए नेताओं के तमाम वीरोध के बावजुद पीएम मोदी के साथ मन साझा किया. अजित गुट के नेताओं के साथ वह लगातार मुलाकात कर रहो हैं.

इन मुलाकातों को लेकर एमएनएस चीफ राज ठाकरे ने शरद पवार पर निशाना साधा है. राज ठाकरे ने कहा कि 2 एप्रैल को जिस दिन अजित पवार ने बगावत की थी, वैसे मैं इसे बगावत मानता ही नहीं हुं. पहले ही दिन से मैं इसे बगावत नहीं मान रहा हूँ. मेरा कथित बगावत के दिन वाला ट्विट उठा के देख सकते है. एमएनएस चीफ ने कहा की अजीत पवार के शप्पत के दिन मेने पहले एक घंटे में ट्विट किया था उस ट्विट में कहा गया था की मैंने पहली टिम छोड़ दी है सब कुछ वैसा ही हो रहा हैं. मैं कई वर्षों से शरद पवार की राजनीती देख रहा हूँ वे वैसी ही है. अजीत पवार और शरद पवार मिले हुए है अगर अजीत पवार के फैसले पर शरद पवार की सहमति नहीं है तो प्रफुल्ल पटेल, सुनिल तटकरे और छगन भुजबल अजीत पवार के साथ क्या कर रहे हैं? ये तीनों शरद पवार के सबसे खास लोग है जिनके बिना पवार कोई फैसला नहीं करते है. ये लोग अजीत पवार के साथ है सब साफ है कि पुरा गेम सीनियर पवार ही खेल रहे है और जब शरद पवार एमडीए नेताओं के आपत्ती के बावजुद मोदी के साथ मंच पर पहुंचे तब तस्वीर बहुत हद तक साफ हो गई है.

सबसे बड़ी बात तो ये है की शरद पवार को रोकने के लिए कांग्रेस के सीनियर ने ता उनसे मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन पीएम मोदी कार्यक्रम में शामिल होने के चलते शरद पवार ने कांग्रेस के नेताओं ने मुलाकात ही नहीं की, उन्हें मिलने का समय ही नहीं दिया. इस बीच अपनी बगावत को शरद पवार को अपना खेल बताए जाने के मामले में जब अजीत पवार को सवाल किया गया तो वो नाराज हो गए उन्होंने राज़ ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि वो जो भी सोचते हैं ये उनपर निर्भर है किसे पागल और किसे बुद्धिमान बनाने की शक्ति उन्हें किसने दी राज ठाकरे को अपना काम देखना चाहिए.

इस बीच अजीत पवार ने यह जरूर कहा की उनको चाचा के साथ कोई विवाद नहीं है. शरद पवार और मैं एक ही है, हम एक परिवार है राजनैतिक फेसले लेने के लिए में स्वतंत्र हुं शरद पवार मेरे राजनीतिक फेसलो को लेकर कोई रोक तोक नहीं करते. पवार साहब भी अपने फैसले को लेकर स्वतंत्र है, वह बोहद सोच समझ के फैसला करते है. अजित पवार ने कहा कि हाल ही में उनकी ताई का इलाज हुआ था, वो उन्हें देखने के लिए गए थे. दरहसल जिस तरह अजीत पवार आसानी से उपने चाचा से मिल रहे है उसके बाद से ही सवाल उठ रहे है कि कही अजीत पवार और शरद पवार मिले हुए तो नहीं है?

हालात यह है कि एनसीपी कार्यलय में आज भी आजीत पवार की फोटो लगी हुई है. शरद पवार भी अपने भतीजे को लेकर कोई बयान नहीं दे रहे है, उन्होंने एनसीपी टुट भगावत के बाद ऐलान किया था की वह पुरे महाराष्ट्र की यात्रा करेंगे पर यह यात्रा नासिक तक ही सीमीत रह गई.

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